जब हम PN जंक्शन पर कोई भी विभव नहीं लगते, तब उसमे से बहने वाले करंट का मान शून्य होता है| इस प्रकार के PN जंक्शन को अन-अभिनीत (अनबयास) PN जंक्शन कहा जाता है| जब हम PN जंक्शन पर विभव लगते है| तो इसे PN जंक्शन की अभिनिती (बाईसिंग) कहा जाता है|
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Fig.1. Unbiased PN Junction. |
जब हम PN जंक्शन पर बाह्य विभव लगाते है, तब इस विभव के कारण अवक्षय परत की चौड़ाई परिवर्तित होती है, जिसके कारण इसमें से बहने वाली धारा का मान भी परिवर्तित होता है| हम बाह्य विभव को दो प्रकार से PN जंक्शन पर लगा सकते है| जिसके आधार पर अभिनिती दो प्रकार की होती है|
- अग्र-अभिनिती (Forward Bias)
- पश्च-अभिनिती (Reverse Bias)
- अग्र-अभिनिती:
जब हम PN जंक्शन के P सिरे (एनोड) को विभव के धनात्मक सिरे (एनोड) से और N सिरे (कैथोड) को ऋणात्मक सिरे (कैथोड) से जोड़ते है तो इस स्थिति में PN जंक्शन से बहने वाली धारा का मान अधिक होता है| इसे PN जंक्शन की अग्र-अभिनिती कहा जाता है|
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Fig. 2. Forward bias PN Junction.
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiunFw9U0VzlGOovDkx0-kMFv47368Efzb6MG_NCxaz7ek3AKkQOvl7DZCsPylNdCYR1DIFE9tXU8JkSGw27iGwBfP_WjA8hl8sUMTWTicWxQo7jzkdtgtBbdcsZhBIUxjXRkfUaydWOJsp/s320/forwardbiasOfPNJunction.png)
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